बुधवार, 8 जुलाई 2020

अच्छे मानव के लक्षण

अब प्रश्न व्यक्ति का है कि व्यक्ति कौन है ? ... आत्मनियन्त्रण और आत्मचेतना का संकेत वास्तव में व्यक्ति का विचार ... हो तथा वह उनके लिए उत्तरदायी हो, ऐसा प्राणी व्यक्ति कहलाता है।
अपना एक लक्ष्य बनाये रखता है ...
रिस्क लेने से डरते नहीं ...
अपने अंदर आत्मविश्वास रखते है ...
सकारात्मक सोच बनाये रखते ...
नकारात्मक विचारो को अपने अंदर नहीं रखते ...
हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते है ...
असफलता से डरते नहीं
एक बात आपको जानना होगी की जो व्यक्ति असफल होते-होते सफल बना है तो जरूर उसमे कुछ ऐसी बात होगी जो आम लोगो में नहीं होती और होती है तो कम मात्रा में होती है. एक आम आदमी प्रसिद्द और महान बन सकता है. बस जरुरत है उसको अपनी प्रतिभा और क्षमता को पहचानने की.

आराम से जीना या आरामदायक जीवन जीना कोई सफल होने की निशानी नहीं है. सफल होने का मतलब है आपने अपने बनाये हुए लक्ष्य को पा लिए. एक सफल इंसान महान भी बन सकता है. यहाँ ‘महान’ शब्द से मेरा तात्पर्य प्रसिद्ध होना नहीं है। महान का अर्थ है की उसने देश, समाज और परिवार के भले के लिए अपना जीवन लगाया.
मनुष्य को अच्छे गुणों के साथ-साथ सत भक्ति होना भी बहुत जरूरी है सत भक्ति से सभी प्रकार की बुराइयां छूट जाती हैं तथा मनुष्य एक देवता के समान आदरणीय बन जाता है उनमें अच्छे विचारों का विकास होता है वह समाज और देश हित के बारे में हर कार्य को सकारात्मक सोच के साथ पूरा करता है वर्तमान में अच्छे मनुष्य के लिए अच्छी शिक्षा और गाइडलाइन बहुत जरूरी है संत रामपाल जी महाराज इस समय जो कि देश और समाज सुधार का कार्य कर रहे हैं इससे हमारा व्यक्तित्व देश और समाज का अस्तित्व बढ़ेगा एक अलग पहचान होगी चारों और शांति कायम होगी सत भक्ति के से यहां के सुख के अलावा परलोक में भी मनुष्य सुखी रहता है

बुधवार, 1 जुलाई 2020

अच्छे समाज का निर्माण

आधुनिक समाज में जीने वाले माता-पिता एवं शिक्षकों का दायित्व यह होना चाहिए कि वे प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा के इस युग में अपने बच्चों को उच्च शिक्षित करने से पहले संस्कारों का पाठ पढ़ाएं और उनके जीवन विकास की धरती में नैतिकता का बीजारोपण करें। यदि समाज में से संबंधों की मिठास को खत्म कर दिया गया तो संपूर्ण समाज विषैला बन जाएगा

। अत: समझदारी इसी में है कि हम आने वाली पीढ़ी को परस्पर स्नेह संबंध रखना सिखाएं, ताकि वे सुखमय एवं शांतिमय जीवन जी सकें।अच्छे समाज का निर्माण हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। जब हर व्यक्ति अच्छे काम करेगा और दूसरों को भी प्रेरित करेगा तो निश्चित रूप से समाज की उन्नति होगी।समाज निर्माण एक ऐसी व्यवस्था है जिसे बनाने के लिये किसी भी देश या सभ्यता को हजारों वर्ष लग जाते हैं। सामाजिक प्रणाली व उसके कार्य की रुपरेखा का संचालन इस बात पर निर्भर करता है कि उस सभ्यता का जन्म किन व कैसी परिस्थितियों में हुआ है।
 एक अच्छे व सुदृढ़ समाज निर्माण के लिये यह आवश्यक है कि समाज में रहने वाले प्रत्येक वर्ग व समुदाऐ के हितों को ध्यान में रखते हुऐ ही इसकी रुपरेखा व कार्य प्रणाली का संचालन किया जाऐ। जिसका ज्वलन्त उदाहरण भारतवर्ष का समाज निर्माण है जिसे बनाने के लिये हजारों ॠषि-मुनियों, बुद्दिजीवियों व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अपने सम्पूर्ण ज्ञान का अनुचित प्रयोग करते हुऐ एक ऐसे परिपक्व भारतीय समाज का निर्माण किया जिसे आज पूरा संसार आदरणीय दृष्टि से देखता है।हमें मूल रूप से चरित्र पर ध्यान केन्द्रित करते हुए समाज में व्याप्त विसंगतियों को दूर करना होगा। इसके साथ-साथ हमें अपनी सोच सकारात्मक बनानी होगी जिससे हम अच्छे समाज का निर्माण कर सकें। हमें इसके लिए प्रकृति से प्रेरणा लेनी होगी और यह सोचना होगा कि यह संसार एक परिवार की भांति है। यह परिवार प्रेम के बल पर चल रहा है।
दहेज मुक्त समाज और मानव का कल्याण के लिए एक अच्छी मिसाल लेकर आए हैं संत रामपाल जी महाराज विश्व में नशा मुक्त भारत बना रहे हैं और जो भी बहन बेटियां आत्महत्या करती है देश के कारण वह भी संत रामपाल जी महाराज जी खत्म करवा रहे हैं देश में जैसे बीड़ी मांस तमाकू यह सब गंदा काम हो रहा है यह संत रामपाल जी महाराज अपनी भक्ति के द्वारा खत्म करवा रहे हैं तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी एक सभ्य समाज तैयार कर रहे हैं और इनके द्वारा ही पूरा भारत सोने की चिड़िया बन सकता है

गोवर्धन पूजा

दिवाली के बाद कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा पर गोवर्धन पूजा पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इसमें हिन्दू धर्मावलंबी घर के आंगन में गाय के गोबर से गोव...